Wednesday, December 2, 2009

जिसे समाज ने ठुकराया उसे डेरा ने अपनाया

सिरसा:सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा व डेरा प्रेमिओं द्वारा वेशाओं व किनार्रो को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए की गयी पहल वाकया ही सरहनीय है.ऐसे मुहीम आज से पहले न तो हमने कहीं देखि और न ही कहीं सुनी.वहीँ डेरा प्रेमीयों का दिन पर दिन इस मुहीम से जुड़ना गजब है.बिना समाज की परवाह किये नोजवान युवा उन वेश्याओं से शादी करने को तयार है,जो इस धंदे में लिप्त है.इतना बड़ा जिगरा व होसला लाना अपने आप में एक मिसाल है वहीँ दूसरी ओर इन्ही वेशाओं को अपनी बेटी ओर बहन मानना भी किसी अजूबे से कम नहीं है.पूरी दुनिया में यह अपने आप में एक ऐसा पहले उद्हरण होगा जो न तो आज तक देखा गया ओर न सुना गया.वैसे डेरा सच्चा सौदा आये दिन कोई न कोई दिन नए उदारण पेश करता ही रहता है.

7 comments:

  1. wah............
    its really unpredictable. sach much ye kabile tarif hai...
    thanks for sharing this information with us.
    keep it up.
    swagat hai aapka
    best wishes....
    shashi kant singh
    school of rural management
    kiit university, bhubaneswar
    www.shashiksrm.blogspot.com

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  2. Welcome in the world of thought communication. Know more our system visit Bhagyodayorganic.blogspot.com

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  3. actually its shows self-confidence and proud on himself only such person can do .thats very good messages for social abuses.

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  4. बहुत सही मुद्दे पर आपने आवाज उठाई । स्वागत है ।

    कृप्या वर्ड वेरीफ़िकेशन हटा दे टिप्पणी करने में आसानी होती है ।

    गुलमोहर का फूल

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  5. काश ऐसे डेरे पूरे देश भर में होते

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  6. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
    कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी टिप्पणियां दें

    कृपया वर्ड-वेरिफिकेशन हटा लीजिये
    वर्ड वेरीफिकेशन हटाने के लिए:
    डैशबोर्ड>सेटिंग्स>कमेन्टस>Show word verification for comments?>
    इसमें ’नो’ का विकल्प चुन लें..बस हो गया..कितना सरल है न हटाना
    और उतना ही मुश्किल-इसे भरना!! यकीन मानिये

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